तुमसे बिछड़ के मेरा जिया नहीं माने, नहीं बुझती है दिल में तेरी ये तमन्ना, आजा ओ मेरे जीवन साथी, मेरे... तुमसे बिछड़ के मेरा जिया नहीं माने, नहीं बुझती है दिल में तेरी ये तमन्ना, आजा ओ ...
क्यों नींद नहीं आती- तनहा शायर हु क्यों नींद नहीं आती- तनहा शायर हु
रात के दो पहर ही होते हैं रात के दो पहर ही होते हैं
जलकर मिल जाएगी खाक में मैं जलकर मिल जाएगी खाक में मैं
बारिश की पहली बूंदो को, तुम हथेली में छुपा लेना. बारिश की पहली बूंदो को, तुम हथेली में छुपा लेना.
ना बन गुनहगार तू मुझपर ऐतबार करके, तनहा शायर ना बन गुनहगार तू मुझपर ऐतबार करके, तनहा शायर